Independence Day HindiShayari 2020 | स्वतंत्रता दिवस हिंदी शायरी 2020
Deshbhakti Shayari ( देशभक्ति शायरी ) – स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर पूरे देश में सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं. इस दिन को झंडा फहराने का कार्यक्रम, परेड और सांस्कृतिक आयोजनों के साथ पूरे भारत में मनाया जाता है। हम इस दिन अपने कपड़े, सामान, वाहनों और घरों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाकर इस उत्सव को मनाते हैं और परिवार व दोस्तों के साथ देशभक्ति फिल्में देखते हैं, देशभक्ति के गीत सुनते हैं|इस दिन के कार्यक्रम में देशभक्ति शायरी ( Deshbhakti Shayari ), देशभक्ति कविता (Deshbhakti Kavita), देशभक्ति गाने ( Deshbhakti Song), देशभक्ति भाषण (Deshbhakti Speech) आदि को देकर अपने प्रेम को प्रदर्शित करते हैं. नीचे दिए ही देश भक्ति शायरी (Desh Bhakti Shayari ) का आप उपयोग करके अपने भावनाओ को प्रकट कर सकते हैं|
गूँज रहा है,दुनिया में भारत का नगाडा,
चमक रहा है,आसमान में देश का सितारा!
आज़ादी के दिन आओ मिलके करें दुआ यही,
की बुलंदीयों पर लहराता रहे तिरंगा हमारा!!
लहराएगा तिरंगा अब सारे आसमान पर,
भारत का ही नाम होगा सबकी जुबान पर!
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर,
कोई जो उठाएगा आँख हिंदुस्तान पर!!
शम्मा-ए-वतन की लौ पर जब कुर्बान पतंगा हो!
होठों पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो!!
खूब बहती है, अमन की गंगा बहने दो…
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो…!
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको…
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो…!!
भारत माता तुम्हें पुकारे आना ही होगा,
कर्ज अपने देश का चुकाना ही होगा!
दे करके कुर्बानी अपनी जान की,
तुम्हे मरना भी होगा मारना भी होगा!!
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये!
दिल एक है जान एक है हमारी,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी!!
संस्कार और संस्कृति की शान मिले ऐसे,
हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले ऐसे!
हम मिलजुल के रहे ऐसे की,
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में राम मिले जैसे!!
जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है!
कितने खुशनसीब हैं वो लोग,
जिनका खून वतन के काम आता हैं!!
बेटों की इस लड़ाई में, दुःख भरी भारत माँ को देखो!!
करता हूँ भारत माता से गुजारिश, कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले!
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर, या फिर कभी जिंदगी न मिले!!
मैं भारतवर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ !
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ!!
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ !
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ !!
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा !
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा !!
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए !
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए,
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये !!
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता !
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई ,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता !!
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे!
बची हो जो एक बूंद भी लहू की जब तक,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे!!
बस ये बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना !
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने,
उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना !!
भारत माता तुम्हें पुकारे आना ही होगा,करता हूँ भारत माता से गुजारिश, कि तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी न मिले!
हर जनम मिले हिन्दुस्तान की पावन धरा पर, या फिर कभी जिंदगी न मिले!!
मैं भारतवर्ष का हरदम अमित सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ !
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ!!
किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ !
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ !!
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा !
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा !!
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए,
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए !
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए,
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये !!
ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई ,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता !
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई ,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता !!
आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे!
बची हो जो एक बूंद भी लहू की जब तक,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे!!
बस ये बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना !
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने,
उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना !!
कर्ज अपने देश का चुकाना ही होगा!
दे करके कुर्बानी अपनी जान की,
तुम्हे मरना भी होगा मारना भी होगा!!
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये!
दिल एक है जान एक है हमारी,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी!!
संस्कार और संस्कृति की शान मिले ऐसे,
हिन्दू मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले ऐसे!
हम मिलजुल के रहे ऐसे की,
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में राम मिले जैसे!!
!!!!! जय हिंद!!!!!
Nice shayari
ReplyDeleteVery nice Independence Day shayari
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